बसनिया बांध के विरोध में उतरे ग्रामीण

धरने में बैठी महिलाएं

जिला मुख्यालय में मंगलवार को हजारों की तादाद में पहुंचे ग्रामीणों ने बसनिया बांध निर्माण को रोकने के लिए धरना प्रदर्शन किया। जिले के निवास विधानसभा में आने वाले नारायणगंज और मोहगांव क्षेत्र में उक्त बांध का निर्माण प्रस्तावित है। जिस को लेकर ग्रामीण लगातार विरोध कर रहे हैं।

बीच रोड पर बैठ कर रहे प्रदर्शन

नर्मदा विकास प्राधिकरण कार्यालय के सामने अठ्ठारह गांव के हजारों लोग पहुंच कर धरना दे रहे हैं लालीपुर कलेक्ट्रेट मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है ग्रामीणों ने सरकार पर जमकर हमला किया ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि एक तरफ सरकार पंचायतों को सशक्त बनाने की बात कर पेसा एक्ट लागू करती है दूसरी तरफ पंचायतों से पेसा एक्ट के तहत पारित प्रस्ताव को तरकिनार कर देती है

ग्राम सभा से ऊपर न विधानसभा है और न ही लोकसभा है प्रस्तावित बांध से हजारों लोगों की उपजाऊ जमीन के साथ साथ लाखों हरे भरे पेड़ खत्म हो जाएगें। ग्रामीणों का आरोप हैं कि किसी भी गांव या पंचायत से एनओसी नहीं ली गई है देश की अलग अलग अदालतों ने आदिवासी को भूमि का असली मालिक माना है फिर भी आदिवासियों को उनके हक से दूर किया जा रहा है ग्रामीणों के धरना स्थल में बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद है।

ये गांव होगें प्रभावित

ग्रामीणों ने बताया कि बसनिया बांध के निर्माण से दरगढ, बसगढी,मुरलापानी, नैझरमाल,कापामाल,पडरीतलैई, चकदही रैयत , फड़की माल, सिवनीमाल,धनगांव, सहित अठ्ठारह गांव से ज्यादा गांव प्रभावित होंगे

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