मध्यप्रदेश के आदिवासी जिला मंडला के ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिनों शासकीय राशन दुकानों में मिल रहे चावल को भ्रम की स्थिति निर्मित है.जिसे अगर दूर नहीं किया गया तो सरकार और विभाग का उद्देश्य मिट्टी में मिल जाएगा .दरअसल जिले की राशन दुकानों से मिल रहे चावल में लोगों को कुछ अजीबो गरीब किस्म के दाने मिल रहे है जो प्राकृतिक चावल की तुलना में छोटे आकर के है जिसे ग्रामीण प्लास्टिक का चावल नाम दे रहे हैं घरों में बन रहे इन चावल को चुनते वक्त महिलाएं इन छोटे छोटे दानों को प्लास्टिक का मान निकाल कर या तो फेंक रही है या एकत्रित कर रख ले रही है आए दिन किसी न किसी राशन दुकान में मिले चावल की फोटो सोसल मीडिया में वायरल हो रही है यह सिलसिला जिले के ग्रामीण अंचलो में कई माह से चल रहा है कई बार शिकायतें और शासकीय राशन दुकानों में विवाद की स्थिति निर्मित हो जाती है ग्रामीण तरह तरह के प्रयोग कर के देख रहे हैं.कंही आग में जलाकर देखते तो कंही पानी में डाल कर फिर भी भ्रम दूर होने का नाम नही ले रहा.ग्रामीण महिला चमेली बाई का कहना है.की उन्हें चावल में कुछ दाने मिले है.जो प्लास्टिक के चावल की तरह दिख रहे हैं.जो प्लास्टिक का चावल है.वही गढ़बिसौरा निवासी राममनोहर उटिया ने बताया की हमें राशन दुकान से मिलने वाले चावल में कुछ ऐसे दाने मिल रहे,जो प्लास्टिक के चावल की तरह दिख रहे,पर शासकीय उचित मूल्य दुकान विक्रेता धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि चावल की को स्वास्थ्य की दृष्टि से सेहतमंद है शासन के द्वारा बताया गया है कि ये चावल के दाने प्लास्टिक के नहीं हैं बल्कि हमारे स्वास्थ के लिए लाभदायक पोषक तत्त्व मिश्रित चावल के दाने हैं जिन्हें फर्टीफाइड चावल कहते हैं.लोगों की गलतफहमी दूर करने के लिए हम उन्हें शासन व्दारा जारी वीडियो भी दिखाते है
क्या है.फोर्टीराइड पोषण आहार और क्यों दिया जा रहा है
दरअसल चावल में मिलने वाले अलग किस्म के दाने फोर्टिफाइड पोषण आहार के कुछ दाने है जो चावल में मिलाकर दिए जा रहे फोर्टिफाइड राइस का मतलब है.पोषणयुक्त चावल. इसमें आम चावल की तुलना में आयरन, विटामिन बी-12, फॉलिक एसिड की मात्रा अधिक है. इसके अलावा जिंक, विटामिन ए, विटामिन बी वाले फोर्टिफाइड राइस भी विशेष तौर पर तैयार किए जा सकते हैं चावल में मिलाकर देने की सबसे बड़ी वजह महिलाओं में विटामिन सी आर्यन की कमी बेहद चिता का विषय बन गया था भारत में महिलाओं और बच्चों में कुपोषण का स्तर बहुत अधिक है।खाद्य मंत्रालय के अनुसार देश में हर दूसरी महिला एनीमिक है और हर तीसरा बच्चा अविकसित है। यही वजह है कि सरकार ने शासकीय चावल में ये तत्व देने के लिए योजना बनाई
फोर्टिफाइड राइस कैसे बनते हैं?
फोर्टिफाइड राइस मिल में बनाया जाता है. इसे बनाने के दौरान सूक्ष्म पोषक तत्व, विटामिन और खनिज की मात्रा को कृत्रिम तरीके से बढ़ाया जाता है. इसके लिए कोटिंग, डस्टिंग और एक्सट्रूजन (उत्सारण) जैसी तकनीक अपनाई जाती है. पहले सूखे चावल को पीसकर आटा बनाया जाता है, फिर उसमें सूक्ष्म पोषक तत्व मिलाए जाते हैं. उसके बाद पानी के साथ इन्हें सही तरीके से मिक्स किया जाता है. फिर मशीनों की मदद से सुखाकर इस मिश्रण को चावल का आकार दिया जाता है,
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