Mandla बैगा जनजातीय और पुलिस मुठभेड़ विपक्ष जांच पर अड़ा

एक सप्ताह पहले हुए पुलिस मुठभेड़ में मारे गए नक्सली की पहचान राष्ट्रीय मानव बैगा जनजातीय की होते ही पुलिस सवालों के घेरे में आ गई है। ज़हां परिजनों ने पुलिस की थ्योरी को दरकिनार कर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। वहीं विपक्षी पार्टी न्यायिक जांच की मांग की है।

Mandla – पुलिस का दावा है कि मंडला बालाघाट सीमा से लगे चिमटावन में बीस के लगभग नक्सलियों ने सो से अधिक राऊंड फायरिंग की जवाबी कार्रवाई में एक नक्सली मारा गया जबकि दो सहयोगी जो राशन देने जा रहे थे उन्हें गिरफ्तार किया गया है। मुटभेड़ के बाद ज़हां पुलिस मृतक की पहचान के लिए जद्दोजहद कर रही थी कथित मुठभेड़ के चार दिन बाद बम्हनी अस्पताल पहुंचे परिवार ने मृतक की पहचान हीरन सिंह परते गांव लहरी टोला के रूप में की है। उसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम करा कर भारी सुरक्षा के बीच शव को परिजनों को गांव में सौंपा

पुलिस मुठभेड़ पर परिजनों ने उठाए सवाल

बम्हनी अस्पताल में पोस्टमार्टम के दौरान मृतक की पत्नी और अन्य परिजन पहुंचे जहां पुलिस ने शव दिखाकर शिनाख्त कराई। शिनाख्तगी के बाद ही पता चला कि मृतक कान्हा नेशनल पार्क के पास के गांव का रहने वाला है। मीडिया से बात करते हुए पत्नी ने कहा कि मेरी पति की हत्या हुई है मृतक मानसिक रूप से कमजोर था। पुलिस की खबर के बाद उन को घटना की जानकारी मिली। मृतक के गांव में भी पुलिस की इस कार्रवाई पर लोग सवाल उठा रहे हैं। पुलिस को लोगों के आक्रोश का सामना भी करना पड़ा है।

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विपक्षी दल ने की एनकाउंटर की जांच की मांग

पुलिस की नक्सली थ्योरी पर कांग्रेस और गौडवाना गणतंत्र पार्टी ने सवाल उठाया है। कथित नक्सली के अंतिम संस्कार के बाद ज़हां कांग्रेस के विधायक और पार्टी के नेता गांव में पहुंच कर परिजनों से मुलाकात कर कथित मुठभेड़ पर जांच की मांग की है। वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने भी सवाल खड़े किए हैं। 

 गौडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने परिजनों से मुलाकात कर प्रेसवार्ता कर आरोप लगाया है कि पुलिस अधिकारी प्रमोशन पाने के लिए इस तरह के फर्जी एनकाउंटर कराते हैं। मारा गया व्यक्ति राष्ट्रीय मानव बैगा जनजातीय से था जिन्हें संरक्षित करने के लिए सरकार अलग अलग योजना संचालित कर रही है पुलिस ने उसकी हत्या कर दी है। इस घटना की न्यायिक जांच होनी चाहिए। पुलिस व्दारा की गई इस फर्जी मुठभेड़ को लेकर हम उच्च न्यायालय जाएंगे ज़हां सब साफ़ हो जायेगा। 

मृतक के परिवार और विपक्षी दलों के व्दारा लगातार उठाए जा रहे सवाल पर पुलिस अधिकारियों व्दारा कोई जवाब सामने नहीं आया है। 

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