मध्यप्रदेश के आदिवासी जिला मंडला में पुलिस ने एक फर्जी आईपीएस अधिकारी को गिरफ्तार किया है यह आई आईपीएस अधिकारी युवतियों को नौकरी देने के नाम पर मध्य प्रदेश से बाहर ले जाकर दिल्ली सहित अन्य राज्यों में घरेलू काम से लेकर किसी और काम में जबरन लगवा देता था और बदले में मोटी रकम वसूल कर लेता था यह सब तब संभव हो पाया जब एक स्कूल चलाने वाली शिक्षिका सीता परतेती द्वारा सही समय पर पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी गई और पुलिस ने त्वरित कार्यवाही करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर कई युवतियों को ठगी से बचाया है जानकारी के अनुसार 28 फरवरी 2023 फरवरी को पुलिस में आवेदन दिया गया था कि एक व्यक्ति जिसका नाम मनीष परते हैं उसके द्वारा 9जनवरी 2023को उनके नंबर पर फोन कर बताया गया कि वह आईपीएस अधिकारी बोल रहा है और अगर आपको नौकरी पुलिस में करनी हो तो मेरे व्हाट्सएप नंबर पर अपने कागजात भेज दें आवेदिका और उसकी सहेली ने आरोपी के व्हाट्सएप नंबर पर डॉक्यूमेंट भेज दिए कुछ दिनों के बाद आरोपी मनीष ने बाकायदा व्हाट्सएप में प्रश्न भेज कर दोनों ही युवतियों की परीक्षा लिया और बाद में मैसेज कर दिया कि आप दोनों का रेलवे में सिलेक्शन हो गया है फिर उसके द्वारा 1 महीने की ट्रेनिंग दिल्ली में होने की बात बताई गई 15 मार्च को नागपुर बस स्टैंड पर मिलने की बात भी कही गई और यह भी बताया कि 20 से 25 लड़कियों का सिलेक्शन हुआ है वह लड़कियां अभी नागपुर में इसी तारीख को मिलेंगी नौकरी लगने की बात पर खुश होकर दोनों युवतियों ने अपने मकान मालिक जो कि एक स्कूल के संचालक भी करती हैं उनको सारी बात बताई पूरी बात को सुनकर मकान मालकिन अपने साथ पुलिस थाना तक ले गई वहां कोतवाली पुलिस में मनीष के खिलाफ पूरी जानकारी दी गई जिस पर पुलिस ने धोखाधड़ी का प्रकरण पंजीबद्ध कर मामले की जांच शुरू कर दिया गया
पुलिस की जांच में पता चला कि मनीष परते आईपीएस अधिकारी बनकर मंडला जिला मैं 20 से 25 लड़कियों को नौकरी दिलवाने के नाम पर व्हाट्सएप पर फेसबुक और गूगल से दस्तावेज निकाल कर लड़कियों के नंबर पर भेज देता था उन लड़कियों को विश्वास दिलाने के लिए परीक्षा फॉर्म भरवा कर व्हाट्सएप के माध्यम से दसवीं बारहवीं की अंकसूची एवं आधार कार्ड मांग कर परीक्षा भी आयोजित करवाया जाता था पुलिस की जांच में यह भी पता चला कि आरोपी मनीष के साथ दो अन्य लोग देवेंद्र एवं सुखलाल भी शामिल थे जो रूपये वशूली का काम करते थे पुलिस ने 1 मार्च को मोहगांव सिलघिटी से मनीष को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दो अन्य आरोपीयों को आज गिरफ्तार कर लिया गया है
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