लाडली बहना vs नारी सम्मान

मध्यप्रदेश में महिलाओं को लुभाने के लिए ज़हां भाजपा सरकार ने लाडली बहना योजना को लागू किया तो वही आप कांग्रेसी नारी सम्मान योजना लेकर मैदान में उतर चुकी है प्रदेश में दो करोड़ साठ लाख की आबादी पर दोनों ही पार्टियों ने फोकस कर रखा है ज़हां लाडली बहना के फार्म भरे जा चुके हैं तो दूसरी तरफ नारी सम्मान योजना को लेकर कांग्रेस संभवतः 9 मई को प्रदेश के हर जिले में कार्यक्रम करने जा रही है।

मध्यप्रदेश की आधी आबादी को रिझाने दो योजनाएं

Aditya Pandey/ मध्यप्रदेश में चुनावी साल शुरू हो चुका है वर्ष 2023 के दिसंबर माह तक मध्य प्रदेश की जनता प्रदेश में नई सरकार के लिए वोट दे चुकी होगी लेकिन इससे पहले प्रदेश की दो प्रमुख पार्टियां भाजपा और कांग्रेस जनता को लुभाने के लिए कोई भी मौका नहीं छोड़ रही हैं जहां भाजपा ने प्रदेश में महिलाओं को लुभाने के लिए लाडली बहना योजना को लागू किया तो वही आप कांग्रेसी नारी सम्मान योजना लेकर मैदान में उतर चुकी है

जहां लाडली बहना योजना में भाजपा सरकार ₹1000 प्रतिमाह महिलाओं के खाते में डालेगी तो कांग्रेस महिलाओं के खाते में सरकार आने पर 1500 प्रतिमाह देने को लेकर फार्म जारी कर चुकी है 9 मई को कांग्रेस पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालय में कार्यक्रम करने जा रही है कांग्रेस के कार्यकर्ता गांव गांव जाकर फार्म को भरेंगे जहां प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों के जरिए पूरी ताकत से महिला के फॉर्म भरवाए थे तो वही आप कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं के जरिए मैदान में उतरने वाली है नारी सम्मान योजना में ₹500 प्रतिमाह गैस सिलेंडर और 15 सो रुपए महिलाओं के खाते में डालने की योजना कांग्रेस ने बनाई है।

महिला वोटरों पर फोकस क्यों

प्रदेश में चुनाव के पहले भाजपा और कांग्रेस आंधी आबादी को रिझाने में लगी है दरअसल प्रदेश में दो करोड़ साठ लाख के लगभग महिला वोटर हैं तभी भाजपा ने अचानक महिलाओं पर ही फोकस किया दरअसल पिछले विधानसभा चुनाव में महिलाओं ने भाजपा की अपेक्षा कांग्रेस को अधिक मत दिया था

तो वही लोकसभा चुनाव में महिलाओं का वोट बीजेपी की ओर मोदी के नाम पर गया था अब भाजपा फिर से चाह रही ही किसी भी तरह महिला वोटर भाजपा से दूर ना हो पाए वहीं कांग्रेस मंहगाई को मुद्दा बनाकर गैस सिलेंडर आधे दाम पर करने के वादे के साथ महिलाओं के सामने जा रही है जिससे बीते विधानसभा चुनाव जैसे ही महिलाओं का वोट अपने तरफ खींच पाएं अब यह देखने वाली बात होगी कि महिलाएं किस तरफ रूख करती है।

आदिवासी सीटों में अग्नि परीक्षा

बीते चुनाव में भाजपा को प्रदेश में मौजूद आदिवासी सीटों पर बड़ा नुक़सान हुआ था लाडली बहना के जरिए भाजपा पूरी ताकत से आदिवासी जिलों में एक बार फिर उतरेगी बीते सप्ताह मंडला में हुए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने उद्बोधन में बार बार शराब पर कड़ी कार्रवाई, पेसा एक्ट और लाडली बहना की बात करते रहे हैं ये तीनों ही मुद्दे जमीन पर कितने काम करेंगे यह आगे ही पता चलेगा लेकिन मंडला जिले में कई मामले सामने आए हैं

जिनमें पेसा एक्ट की धज्जियां उड़ती दिखाई दी है शराब बंदी को लेकर महिलाएं मुखर होकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक पहुंची है जबकि कांग्रेस अभी जमीन में उतरने की तैयारी शुरू कर रही है हिमाचल प्रदेश के तर्ज पर वह नारी सम्मान योजना लागू करने के वादे और पांच सौ रुपए में घरेलू गैस के वादे के साथ उतरेगी सब कुछ उसके कार्यकर्ता पर निर्भर करेगा कि वह महिलाओं को किस तरह मना पाते हैं। लड़ाई भाजपा सरकार कितनों के खाते में डाल रही है और कांग्रेस कितनों के खाते में राशी डालेगी इसकी होने वाली है

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