मध्यप्रदेश में पुलिस और विपक्षी नेताओं के तकरार के मामले सामने आते ही रहते हैं मगर रविवार देर रात एक थाना प्रभारी और सत्ताधारी दल के विधायक के बीच जमकर नोंकझोंक हुई तीखी बहस के बाद विधायक थाने में ही धरने पर बैठ गए रात 11 बजे से शुरू यह सिलसिला सुबह चार बजे के बाद बड़े अधिकारियों के मान मनौव्वल के बाद समाप्त हुआ
दरअसल मामला छतरपुर जिले के लवकुश नगर का है यहां पर दिव्यांग महिला और उसके पति के आवेदन पर पुलिस कार्रवाई को लेकर चंदला विधायक जो भारतीय जनता पार्टी से विधायक हैं वे रात को ग्यारह बजे के आसपास लवकुश नगर थाना पहुंचे थे और दिव्यांग महिला के आवेदन पर कार्रवाई न होने पर बातचीत करने लगे इसी बीच कुछ थाना प्रभारी के बातचीत के लहजे से नाराज़ विधायक थाने के गेट पर जा बैठे।
थाने के गेट में विधायक को बैठे देख थाना प्रभारी फिर उनसे बात करने आए लेकिन दोनों के बीच हो रही बातचीत तीखी बहस में बदल गई विधायक ज़हां यह कह रहे थे आप जब एक जनप्रतिनिधि के साथ ऐसा बर्ताव कर रहे हैं तो आम लोगों के साथ क्या करते होंगे तो थाना प्रभारी ने कहा कि अगर मेरा बर्ताव वैसा होता तो आप मेरे सामने एक मिनट बैठ नहीं बातें आप झूठा मुकदमा दर्ज कराना चाहते हैं दोनों के बाद बहस इतनी बड़ी कि एक दूसरे को बकवास मत करना कहने लगे थाना प्रभारी ने कहा कि ऐ बकवास मत बोलना वरना बड़ी मुश्किल में फंसे जाओगे। तीखी बहस के बाद विधायक ने एसपी से थाना प्रभारी को निलंबित करने की मांग की इसी बीच विधायक के धरने की सूचना समर्थको को लगी तो वो सैकड़ों की संख्या में थाना में पहुंच गए रात दो बजे के आसपास बड़ामलहरा विधायक छतरपुर के पूर्व जिलाध्यक्ष भी समर्थकों के साथ पहुंच धरने में जा बैठे रात तीन बजे के करीब छतरपुर एसपी अन्य अधिकारियों के साथ पहुंच धरना खत्म करने के लिए बातचीत शुरू किए बड़ी मुश्किल से दोनों विधायक और एसपी के बीच बातचीत में फैसला हुआ कि थाना प्रभारी को लाइन आटेच किया जाएगा और दिव्यांग महिला की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया
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