मदर्स डे 14 मई को मनाया जाएगा। पर बात मां के उन लालों की जो नशे के लत में डूबे चुके हैं ये लाल दो रूपये में सट्टा के जरिए अपना भविष्य खोज रहे हैं तो कुछ लाल गांजा ,भांग और शराब में डूब कर मां की दी सीख और संस्कार पर प्रश्नचिन्ह लगा रहे हैं। यूं तो मां की पूजा ताउम्र भी करें तो वो भी कम है आप अपनी माँ के साथ एक स्वस्थ और सम्मानपूर्ण दिन बिताने के लिए उन्हें कुछ स्पेशल तोहफे दे सकते हैं। जो मां के लिए उनकी जिंदगी का सबसे बेहतरीन उपहार बन सकता है।
mother’s day : नशे से मुक्ति का संकल्प
मध्यप्रदेश के आदिवासी जिला मंडला में विगत कुछ सालों में युवा तेजी से नशे की दलदल में फंसा है नगरीय क्षेत्रों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्र में तादाद ज्यादा है नशे के अलग अलग विकल्पों की तलाश ये मां के लाल करते रहते हैं कोई गांजा भांग के नशे में , तो कोई दो रूपये में भविष्य की तलाश में लगा है जिले भर में मोटरसाइकिल दुर्घटना केस को गौर से समीक्षा करेंगे तो पाएंगे अधिकतर मृतक या घायल युवक नशे में था
इसका मतलब यह कतई नहीं है कि हम गलती निकाल रहे हैं दुर्घटना की वजह अलग अलग हो सकती है पर मूल में नशा है नशा भी एक व्यापार है जो डिमांड और सप्लाई पर चलता है गांव गांव डिमांड है तो सप्लाई तो होगी हम खाकी को हरी झंडी नहीं दे रहे पर खाकी हर घर के सामने खड़ी भी नहीं हो सकती है। आखिर क्या कारण है
जो ग्रामीण क्षेत्र के ये लाल तेजी से नशे की गिरफ्त में आए है जिस मां ने नौ माह अपने कोंख में बच्चे को पाला जन्म देने के बाद समझदार होने तक ख्याल रखा लेकिन बड़ा होते ही बच्चा नशे के उस दलदल में जा घुसता है और एक दिन ऐसा भी आता है जब मां का लाल सफेद चादर ओढ़ कर अपनी मां के सामने पड़ा होता है फिर चाहे दुर्घटना वजह हो या बीमारी मां का धन और धर्म दोनों चला जाता है।
Mother’s day: लाल दे मां को यह उपहार
यूं तो मां के लिए दुनिया का बड़ा से बड़ा तौफा भी छोटा होता है लोग मदर्स डे के दिन मां के लिए गिफ्ट में खाने पीने की समान ,घुमाने ले जाना आदि करते हैं पर इस बार मां के लिए एक कोशिश कर सकते हैं एक ऐसा उपहार दे जो उनके लिए बेहतरीन और यादगार उपहार बन जाए
नशा एक बहुत ही खतरनाक समस्या होती है जो लोगों के जीवन को बर्बाद करती है। कोई मां नहीं चाहती उसका लाल नशे की गिरफ्त में फंसे तो इस मादरस डे पर नशे को छोड़ देना एक बहुत ही अच्छा तौफा हो सकता है। हालांकि यह निर्णय लेना आसान नहीं पर मां को एक बार देखें प्रसव पीड़ा से बड़ा दर्द कुछ हो नहीं सकता है
अगर मां ने तुम्हारे लिए यह दर्द सहा तो इस बार नशे की उस लत कोमादरस डे पर छोड़ने का फैसला लेना बड़ा तो कतई नहीं होगा लत को छोड़ने से पहले आपको अपने आप को मजबूत और संयमित बनाने की जरूरत होगी। आप अपने परिवार, दोस्तों और समाज के साथ हमेशा संज्ञानशील रहें और उनसे सही राय लें।आज के समय में नशे से छुटकारा दिलाने के लिए कई सेंटर संचालित हो रहे हैं वहां पर डाक्टर नशे की लत से दूरी बनाने के लिए भरपूर मदद करते हैं
Aditya Kinkar Pandey is a Since completing his formal education in journalism in 2008, he has built for delivering in-depth and accurate news coverage. With a passion for uncovering the truth, Aditya has become bring clarity and insight to complex stories. work continues to investigative journalism.