मध्यप्रदेश के आदिवासी जिला मंडला में अभी भी गांवो में ही अधिकतर मामलों का निर्णय बैठक आयोजित कर लिया जाता है अधिकतर बैठक सर्वमान्य होते हैं तो कुछ विवादित हो जाते हैं ऐसा ही एक निर्णय अब विवाद को जन्म दे दिया है जमीनी विवाद और समाजिक बहिष्कार बैठक में लिए गए निर्णय के खिलाफ प्रभावित व्यक्ति थाने पहुंच कर शिकायत कर दिया है जिसके बाद गांव के लोग थाना पहुंच गए।
सचिव के खिलाफ फूटा ग्रामीणों का गुस्सा
मामला हिरनाछापर पंचायत का है यहां पर 6 अप्रैल को हिरनाछापर गांव के लोगों ने बैठक आयोजित कर गांव में रहने वाले लक्ष्मण दास व्दारा शासकीय जमीन पर कब्जा और परिवार के लोगों के हक की जमीन न देने का मुद्दा रखकर सचिव लक्ष्मण दास को बैठक में बुलाया गया बेठक में परिवारिक जमीन का मामला घर में सुलझाने और भतीजे को जमीन देने की सलाह दी गई
दोनों ही पक्षों के बीच का मामला सुलझाने के लिए तीन बार बैठक आयोजित की गई लेकिन बैठक अनिर्णय पर खत्म हो गई सचिव के परिवार के ही गोपाल दास ने बताया कि जब गांव के लोगों के फैसले को लक्ष्मण दास नहीं माना तो सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि गांव में आयोजित किसी भी कार्यक्रम चाहे शादी चौक हो या दुख का दशगात्र का कार्यक्रम उसमें नहीं बुलाया जाएगा निर्णय के बाद सचिव लक्ष्मण दास ने निवास थाना में शिकायत कर दिया है जिसमें बारह लोगों के ऊपर गांव के लोगों को भड़काने का आरोप लगाया है आवेदन के बाद निवास पुलिस ने पूंछताछ के लिए बारह लोगों को नोटिस जारी कर थाना बुलाया था लेकिन पूरा गांव ही बारह लोगों के समर्थन में थाना पहुंच गया
सचिव के खिलाफ मामला दर्ज
हिरनाछापर गांव में अधिकतर लोग आदिवासी हैं इससे पहले इस गांव में लक्ष्मण दास बैरागी की तूती बोलती थी हर मामले में उसका निर्णय लोगों को प्रभावित करता था लेकिन परिवारिक जमीन पर कब्जा और शासकीय भूमि पर कब्जा करने में पूरा गांव खिलाफ में हो गया सैकड़ों के तादाद में पहुंचे लोगों का कहना था कि हमारे घर में कौन आएगा कौन जाएगा किसको हम बुलाए यह कौन तय करेगा मामले में ज़हां सचिव ने समाजिक बहिष्कार की शिकायत किया है तो गांव वालों ने भी सचिव के खिलाफ शिकायत कर दिया है
जिसमें जातीय टिप्पणी की शिकायत है थाना प्रभारी सुरेश सोलंकी ने बताया कि सचिव लक्ष्मण दास ने 181 में शिकायत के साथ थाने में समाजिक बहिष्कार का आवेदन दिया था वही गांव वालो ने भी आवेदन दिया था गांव में शासकीय भूमि में कब्जे को लेकर बैठक हुई थी ज़हां पर सचिव ने गांव के कुछ लोगों से विवाद कर लिया था जिस पर सचिव के खिलाफ 294,506, एससी एसटी की धारा में मामला दर्ज कर लिया गया है
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