50 लाख का फर्जीवाड़ा कियोस्क संचालक धरा गया

कियोस्क केंद्रों को लोगों की सुविधा के लिए बनाया गया था ताकि बैंक और आम लोगों के बीच होने वाली दिक्कतों को दूर किया जा सके लेकिन इन केंद्रों में भी आय दिन आम लोगों के साथ फर्जीवाडा होता रहता है अब 50 लाख के लगभग का गवन कर डेढ़ साल से फरार चल रहे कियोस्क संचालक को चित्रकूट पुलिस ने प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया है

इंडियन बैक में राशी जमा करने के नाम से लोगों से धोखाधडी कर फरार था आरोपी पूरा मामला सतना जिले के चित्रकूट थाना क्षेत्र का है।चित्रकूट स्थित पर्यटक तिराहे के पास नयागांव चित्रकूट निवासी राजेश यादव कियोस्क संचालक के तहत इंडियन बैंक खाता धारकों के पैसों की जमा निकासी का काम करता था।पिता हीरालाल यादव के बैंक कर्मचारी होने के चलते लोगों का राजेश यादव के ऊपर काफी विश्वास था।जिसके कारण जहां लोग बैंक में जाकर होने वाली परेशानियों के चलते राजेश यादव को अपने खातों में रुपयों को जमा करवाने के लिए देकर चले जाते थे।

दूसरी तरफ बैंक कर्मचारियों द्वारा भी ग्राहकों को पैसे जमा करवाने के लिए राजेश के पास ही भेज दिया जाता था।इसी चीज का फायदा उठाकर राजेश यादव द्वारा ग्राहकों से कई लाख रुपयों का चुना लगा दिया गया अंदेशा है कि लोगों को पच्चास लाख के आसपास की राशी का चपत लगाकर फरार हो गया।सन 2021 में राजेश यादव द्वारा ठगी के शिकार हुए लोगों ने तत्कालीन पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह यादव से मुलाकात कर न्याय दिलाए जाने की मांग की थी।

कियोस्क संचालक धरा गया

जिसके बाद पुलिस द्वारा आरोपी राजेश यादव के विरुद्ध अपराध क्रमांक 141/2021 कायम किया गया था।जिसके बाद से लगातार पुलिस द्वारा आरोपी की तलाश की जा रही थी।एसडीओपी चित्रकूट आशीष जैन द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मुखबिर से मिली जानकारी के बाद आरोपी को यूपी के प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया है।साथ ही ठगी के रुपयों से खरीदी गई बलेनों गाड़ी भी जप्त की गई है।एसडीओपी चित्रकूट के अनुसार,चूंकि इतनी बड़ी जालसाजी बिना बैंक कर्मचारियों की मिली भगत से संभव नहीं है। अतः इंडियन बैंक के तत्कालीन मैनेजर प्रभात रंजन को भी सह आरोपी बनाते हुए शीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी।

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