नेताओं का प्रवेश वर्जित

वोट न देने पर 51 रूपये का जुर्माना मिलिए एक अनोखे गांव से

गुजरात – देश में कहीं भी किसी भी जगह चुनाव हो और नेताजी लोग प्रचार में न पहुंचे ऐसा हो नहीं सकता सबसे ज्यादा धमाचौकड़ी गांवों में ही मचती है लेकिन एक ऐसा अनोखा गांव है ज़हां प्रचार के लिए कोई भी किसी भी पार्टी से प्रचार करने अंदर नहीं जा पाता नेताओं का प्रवेश वर्जित ये आज कल से नहीं बल्कि बीते चालीस साल से ऐसा होता आ रहा है हम बात कर रहें हैं राजकोट से बीस किमी दूर स्थित गांव राजसमढियाला की जो अपनी अनोखी नीति के जाना जाता है यहां के सरपंच बताते हैं कि 1982 में गांव के लोगों ने निर्णय लिया था कि चुनाव के समय में किसी पार्टी के नेताओं का प्रचार पर रोक रहेगा साथ ही इस गांव ने सामूहिक निर्णय लिया कि जो भी व्यक्ति चुनाव में वोट नहीं डालेगा उसके ऊपर इक्यावन रूपये का अर्थ दंड लगाया जाएगा
गांव के लोग बताते हैं कि हम नहीं चाहते कि किसी भी पार्टी कै लोग यहां आकर धार्मिक और राजनीतिक उन्माद पैदा करें क्योंकि चुनावी प्रचार में यह सब किया जाता है
यह गांव अपने खुद के नियमों के लिए भी जाना जाता है राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त इस गांव में अन्य भी नियम है जैसे शराब पीने पर रोक है अगर कोई पकड़ा गया तो पांच सो रूपये का जुर्माना, लड़ाई झगडे की स्थिति में मामला सबसे पहले गांव की लोक अदालत में जाता है अगर कोई पुलिस में पहले पहुंच गया तो पांच सो का जुर्माना लगेगा है गांव में कचड़ा फैलाने , पानी को दूषित करने पर भी जुर्माना लगाया जाता है
गांव के सरपंच बताते हैं कि जब नियम बने थे साल में कई हजार का जुर्माना आता था पर बीते पांच साल में एक रूपए का जुर्माना नहीं आया है

This website uses cookies.