आइआइएम अहमदाबाद, नोएडा, जयपुर में गोंडी कला की मांग
आदिवासी जिला मंडला की गोंडी कला से निर्मित कलाकृतियां,साड़िया जल्द ही अमेजन आइआइएम अहमदाबाद सहित देश के बड़े शहरों में मिलेगी गोंड कला गोंडवाना काल की प्रसिद्ध चित्र कला है, में जो मंडला एवं डिंडोरी ज़िले में गोंड जनजाति द्वारा बनाई जाती है। जिसे रेशम की साड़ियों पर पेंटिंग के जरिए उकेरा जाता है इन साड़ियों की मंडला से बाहर के बाजार में अच्छी मांग है जिससे रेशम बुनकर एवं गोंडी कलाकारों के आय का स्त्रोत बढ़ रहा है बढ़ती मांग से बुनकरों और गोंडी कलाकारों में खासा उत्साह बढा है
अगस्त 2022 में कलेक्टर हर्षिका सिंह के मार्गदर्शन में महात्मा गाँधी नेशनल फ़ेलो, कृति सिंघई द्वारा नवाचार चालू किया गया, जिसमें व्यापार और पर्यटकों की दृष्टि से गोंडी पेंटिंग से छोटे-छोटे आइटम डिज़ाइन किए गए, जो सस्ते एवं आकर्षक थे।नवाचार के अंतर्गत कलाकारों के साथ कार्यशाला आयोजित की गई, ताकि उनके नज़रिये से उनकी दिक्क़तों को समझा जाए और उसके अनुसार कार्ययोजना तैयार की जाए। नाबार्ड एवं सहयोगी संस्था ग्रामीण विकास एवं महिला उत्थान संस्था द्वारा कार्यान्वयन किया गया, जिसमें ग्राम पंचायतों की महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के बाद सिंघई द्वारा प्रशिक्षुओं के साथ व्यापारिक सूझ-बूझ, मार्केट की समझ, पर्यटक ग्राहक पसंद इत्यादि बिंदुओं पर जानकारी दी गई चर्चा में आइटम जैसे पोस्टकार्ड, रूमाल, लोटा, फ्रिज मैग्नेट, इत्यादि प्रशिक्षुओं द्वारा बनाए जाने का निर्णय लिया गया, जो अक्टूबर में “हथकरधा एवं हस्तशिल्प प्रदर्शनी” में प्रस्तुत किए गए। ज़िले स्तर पर जब इन वस्तुओं को रखा गया तब आम लोगों द्वारा खासा पसंद किया गया
कलेक्टर के निर्देशानुसार प्रोडक्ट प्रमोशन हेतु। समूह द्वारा नवम्बर माह में जबलपुर में नाबार्ड द्वारा आयोजित 15-दिवसीय प्रदर्शनी में भाग लिया गया। स्टॉल को प्रेज़ेंटेशन और बिक्री के लिए पुरस्कृत किया गया। समूह द्वारा सोसल मीडिय का सहारा लिया जा रहा है 2023 को एजीएनएफ के माध्यम से आईआईएम अहमदाबाद में इन कलाकृतियों का विक्रय किया जाना प्रस्तावित है। पिछले महीने समूह द्वारा 70 से 80 हजार तक का सामान विक्रय किया जा चुका है एवं इस प्रकार के आइटम की प्रसिद्धि देखकर मंडला के अन्य क्षेत्रों के गोंडी कलाकारों ने इस प्रतिक्रिया में जुड़ने की इच्छा ज़ाहिर की है, जिसमें ग्राम औरई एवं दुधारी से कलाकार पोस्टकार्ड इत्यादि आइटम बनाना प्रारम्भ कर चुके हैं। इन कलाकृतियों को ऑनलाइन विक्रय हेतु अमेजन पर लिस्ट करवाने कि प्रक्रिया भी प्रगतिरत है।
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